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July 5, 2024

जैन तीर्थंकरों का महत्व

जैन धर्म में तीर्थंकरों का स्थान सर्वोच्च होता है। तीर्थंकर वे महान आत्माएँ होती हैं जिन्होंने संपूर्ण ज्ञान और मोक्ष प्राप्त किया है और समाज को धर्म का मार्ग दिखाया है। जैन धर्म में कुल 24 तीर्थंकर माने जाते हैं, जिनमें से भगवान महावीर अंतिम तीर्थंकर हैं। तीर्थंकरों की शिक्षाएँ और उनके जीवन के आदर्श आज भी अनुयायियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
May 31, 2024

जैन धर्म: प्राचीन ज्ञान और आधुनिक प्रासंगिकता का एक दीप

जैन धर्म, दुनिया के सबसे पुराने धर्मों में से एक, अपने मूल में ज्ञान का ऐसा खजाना समेटे हुए है जो समय और स्थान की सीमाओं को पार कर जाता है। प्राचीन भारत में जन्म लेने वाले जैन धर्म ने अहिंसा, सत्य और आत्मिक ज्ञान की अमर शिक्षा प्रदान की है। आज की तेजी से बदलती दुनिया में, जैन धर्म के सिद्धांतों का अत्यधिक महत्व है, जो आधुनिक जीवन की जटिलताओं के बीच एक मार्गदर्शक प्रकाश प्रदान करते हैं।
May 20, 2024

Jainism: A Beacon of Ancient Wisdom and Modern Relevance.

In the cosmic dance of wisdom, Jainism emerges not just as a philosophy but as a symphony of relevance, offering a transformative journey through time and space. Let the cosmic echoes of Jainism inspire a new era of seekers, unveiling the cosmic truths waiting to be discovered.
April 19, 2024

” निर्वाण सोपान:”

ज्ञान के लौकिक नृत्य में, जैन धर्म न केवल एक दर्शन के रूप में बल्कि प्रासंगिकता की एक सहवादन के रूप में उभरता है, जो समय और स्थान के माध्यम से एक परिवर्तनकारी यात्रा की पेशकश करता है। जैन धर्म की लौकिक गूँज साधकों के एक नए युग को प्रेरित करती है।
March 23, 2024

Unearthing the Roots of Jainism

In the cosmic dance of wisdom, Jainism emerges not just as a philosophy but as a symphony of relevance, offering a transformative journey through time and space. Let the cosmic echoes of Jainism inspire a new era of seekers, unveiling the cosmic truths waiting to be discovered.